सप्त पुरी                                    

सप्त पुरी को सप्त पुरी धाम या सप्त पुरी तीर्थ यात्रा के नाम से भी जाना जाता है, जो भारत में हिंदू तीर्थयात्रा के सात शहरों का एक समूह है। ये शहर हैं अयोध्या, मथुरा, हरिद्वार (माया या गया), वाराणसी (काशी), कांचीपुरम (कांची) (तमिलनाडु), उज्जैन (अवंतिका) और द्वारका। इन्हें मोक्ष स्थान (जन्म के चक्र से मुक्ति  तक) माना जाता है। इन्हें सड़क,रेल और वायुमार्ग से भी जोड़ा गया है जो यातायात को सुगम बनाता है।   

इन सातों धाम के बारे में मुख्य जानकारियाँ कुछ इस प्रकार हैं –

अयोध्या

अयोध्या राम की नगरी के नाम से प्रसिद्ध है। मान्यता के अनुसार अयोध्या भगवान श्री राम की जन्म भूमि है जो माता कौशल्या और राजा दशरथ के पुत्र थे। अयोध्या साकेत के नाम से भी जाना जाता था। अयोध्या भारत के  उत्तर प्रदेश राज्य में सरयू नदी के तट पर स्थित एक शहर है। अयोध्या में रामराज्य काल भी प्रसिद्ध है।  

मथुरा

मथुरा भारत के उत्तर प्रदेश शहर में स्थित है जिसके आसपास वृन्दावन है। मान्यताओं के अनुसार मथुरा भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि है। यहाँ सूरसेन सूरसेन वंश के राजा कंस का शासन था जो श्री कृष्ण के मामा थे। मथुरा एक धार्मिक और सांस्कृतिक स्थान है जो रमणीय है। 

हरिद्वार

हरिद्वार भी सप्तपुरिओं में एक है। यहाँ स्थित माया देवी मंदिर है , अतः यह स्थान माया के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में है। हरिद्वार के किनारे माँ गंगा का प्रवाह है जो इसकी महत्ता को बढ़ाता है। हरिद्वार में चार साल में एक बार कुंभ का मेला लगता है। यहाँ स्थित मनसा देवी मंदिर इसकी शोभा बढ़ाता है। 

वाराणसी (कशी)

वाराणसी भारत के प्राचीन और पवित्र शहरों में से एक है। यह शहर गंगा नदी के किनारे बसा है। यहाँ असंख्य प्राचीन मंदिरें और घाट (गंगा का तट )हैं। यह शहर अध्यात्म और संगीत के अनुकूल है। वाराणसी या बनारस का संगीत घराना पुरे विश्व में प्रसिद्ध है।  

कांचीपुरम

कांचीपुरम भारत के तमिलनाडु में स्थित है , इसे कांची भी कहते हैं जो वेगवाथी नदी के किनारे बसा है। कांचीपुरम भगवन श्री विष्णु (श्री हरि ) और भगवन श्री शिव के मंदिरों के लिए प्राचीन काल से प्रसिद्ध है। कांचीपुरम मंदिरों का शहर है। यहाँ स्थित भगवान विष्णु का पेरुमल मंदिर और  भगवान शिव का एकाम्बरनाथ मंदिर (भगवन शिव के पांच रूपों को समर्पित )है जो इसकी महत्ता को प्रसिद्ध करता है। साथ ही कामाक्षी अम्मन मंदिर, कुमारकोट्टम , चित्रगुप्त मंदिर भी कांचीपुरम में अवस्थित है। यह भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक है।  

उज्जैन

क्षिप्रा  या शिप्रा नदी के तट पर बसा के पौराणिक और धार्मिक शहर जो भारत के मध्यप्रदेश राज्य में है। भगवान् शिव के १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक महाकाल  इसी नगरी में स्थित है जो काफी प्रसिद्ध है। यह मंदिरों का शहर है तथा सप्तपुरी में से एक है। ऐसे उज्जयिनी और अवंतिका भी कहते है। उज्जैन शहर महान सम्राट विक्रमादित्य के राज्य की राजधानी थी। इसे कालिदास की नगरी के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ हर १२ साल पर सिंघस्थ महाकुम्भ का मेला लगता है। यहाँ राजा भर्तृहरि का गुफा (समाधि )है जो परम तपः पूत और योगी सम्राट विक्रम के ज्येष्ठ भ्राता थे। ये संस्कृत-साहित्य के महँ ज्ञांता तथा ‘शतकत्रय ग्रन्थ के रचयिता थे यह ग्रन्थ अपनी जोड़ का एक ही है। 

द्वारका

द्वारका सप्तपुरी के अलावा हिन्दू धर्म में चार धामों में से एक धाम जो भारत के गुजरात राज्य के जामनगर में प्राचीनतम शहरों में से एक है। अन्य धाम बद्रीनाथ , जग्गनाथपुरी तथा रामेश्वरम हैं। द्वारका को देवभूमि भी कहा जाता है। यह भगवान श्री कृष्ण का राज्य है। यह शहर (नगर ) गोमती नगर और अरब सागर के किनारे ओखलामंडल प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर बसा हुआ है।  

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