वर्ण क्या है? – Varna Kya Hai?

‘वर्ण’ का शाब्दिक अर्थ है “वर्णन करने योग्य” या “आवाज की एक इकाई”। भाषाविज्ञान में वर्ण को ध्वनि की वह इकाई माना जाता है जो उच्चारण द्वारा अभिव्यक्त होती है। हिंदी भाषा में वर्णों को दो भागों में विभाजित किया गया है: हिंदी वर्णमाला में कुल मिलाकर 52 वर्ण माने …

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हिन्दी साहित्य का उद्भव और विकास – Hindi Sahitya: Udbhav, Vikas Aur Itihas-Lekhan Ki Parampara

यदि हम हिन्दी साहित्य को समुचित परिप्रेक्ष्य में समझना चाहें तो यह स्पष्ट हो जाता है कि इसका इतिहास अत्यन्त विस्तृत, समृद्ध और प्राचीन है। सुप्रसिद्ध भाषा वैज्ञानिक डॉ. हरदेव बाहरी के अनुसार हिन्दी का आरम्भ वस्तुतः वैदिक काल से माना जा सकता है। उनके शब्दों में, “वैदिक भाषा ही …

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हिन्‍दी भाषा का उद्भव और विकास – Hindi Bhasha ka Udbhav aur Vikas

हिंदी भाषा का इतिहास एक जटिल और आकर्षक यात्रा है जो सदियों तक फैली हुई है और भारत की समृद्ध भाषाई विरासत को दर्शाती है। यहां हिंदी भाषा के इतिहास और विकास का अवलोकन दिया गया है। प्राचीन जड़ें : हिंदी की जड़ें संस्कृत भाषा में खोजी जा सकती हैं। …

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Shri Radha Chalisa

॥ Doha ॥ Shri Radhe vrishabhanujaa । Bhaktani Praanaadhaar ॥Vrindavan Vipin Vihaarini । Pranavo Baarambaar ॥Jaiso Taiso Raavarou । Krishna Priya Sukhdham ॥Charan Sharan Nij Dijiye । Sundar Sukhad Lalaam ॥ Read Shri Radha Chalisa in Hindi ॥ Chaupaai ॥ Jai Vrishabhan Kunvari Shri Shyama ।Kirati Nandini Shobha Dhama ॥ …

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श्री राधा चालीसा – Shri Radha Chalisa

॥ दोहा ॥ श्री राधे वुषभानुजा, भक्तनि प्राणाधार ।वृन्दाविपिन विहारिणी, प्रानावौ बारम्बार ॥जैसो तैसो रावरौ, कृष्ण प्रिया सुखधाम ।चरण शरण निज दीजिये, सुन्दर सुखद ललाम ॥ Read Shri Radha Chalisa in English ॥ चौपाई ॥ जय वृषभान कुँवरी श्री श्यामा ।कीरति नंदिनी शोभा धामा ॥ नित्य विहारिनि श्याम अधारा ।अमित …

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